
सैदपुर (गाजीपुर), 05 दिसंबर 2025 : लंबे समय से जाम और दुर्घटनाओं की शिकार बनी सैदपुर नगर की मुख्य सड़क (पूर्व राष्ट्रीय राजमार्ग-29) को अब चौड़ा करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। शुक्रवार को लोक निर्माण विभाग (PWD) की टीम ने नई सड़क त्रिमुहानी से जौहरगंज तक विस्तृत सर्वे किया और सड़क के बीच से दोनों ओर 30-30 फुट (कुल 60 फुट यानी लगभग 18 मीटर) की चौड़ाई नापकर उसमें आने वाले सभी पक्के-पक्के अतिक्रमणों को चिह्नित कर लिया।
सर्वे के बाद जिन मकान, दुकान और अन्य निर्माणों पर लाल निशान लगे हैं, उन भवन स्वामियों में हड़कंप मच गया है। अधिकांश दुकानदार और मकान मालिक यही पूछ रहे हैं कि इतने साल पुराने निर्माण को अब अतिक्रमण कैसे कहा जा सकता है और उन्हें कहाँ जाएँगे?
क्यों जरूरी हुआ चौड़ीकरण?
सैदपुर शहर से पहले यह मार्ग राष्ट्रीय राजमार्ग-29 का हिस्सा था। गोरखपुर-वाराणसी फोरलेन बनने और सैदपुर बाईपास बन जाने के बाद भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने इस सड़क को पूरी तरह पीडब्ल्यूडी को सौंप दिया। अब इसकी देखरेख और विकास की जिम्मेदारी प्रदेश के लोक निर्माण विभाग के पास है।
पीडब्ल्यूडी के जूनियर इंजीनियर मनीष कुमार ने बताया, “शासन के सख्त निर्देश हैं कि सैदपुर में रोजाना लगने वाले भयंकर जाम और बार-बार होने वाली दुर्घटनाओं को देखते हुए इस मार्ग को कम से कम 10 मीटर (लगभग 33 फुट) चौड़ा किया जाए। अभी यह कई जगहों पर 20-22 फुट से भी कम है। इसलिए पहले चरण में दोनों किनारों पर पक्के अतिक्रमण चिन्हित किए जा रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “चिह्नित अतिक्रमणों के मालिकों को जल्द ही नोटिस जारी किया जाएगा। नोटिस की अवधि खत्म होने के बाद अतिक्रमण हटवाकर चौड़ीकरण का विस्तृत प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा। स्वीकृति मिलते ही काम शुरू हो जाएगा।”
रेलवे क्रॉसिंग पर भी बड़ी राहत की उम्मीद
शहर के सबसे व्यस्त रेलवे फाटक (सैदपुर रेलवे क्रॉसिंग) के पास सेतु निगम की अलग टीम ने रेलवे ओवरब्रिज (ROB) के लिए भी सर्वे किया है। स्थानीय लोग लंबे समय से इस ओवरब्रिज की माँग कर रहे थे। पीडब्ल्यूडी अधिकारियों ने बताया कि ओवरब्रिज का मामला अलग है और उसकी जानकारी सेतु निगम के पास है, लेकिन सड़क चौड़ीकरण से शहर के यातायात को दोहरी राहत मिलने की उम्मीद जगी है।
फिलहाल शहर के व्यापारी और निवासी अगले कुछ दिनों में आने वाले नोटिस का इंतजार कर रहे हैं। कई लोगों ने कहा कि अगर सरकार वैकल्पिक व्यवस्था या मुआवजा दे तो वे स्वेच्छा से जगह खाली कर देंगे, वरना मामला कोर्ट तक भी जा सकता है।
चौड़ीकरण पूरा होने के बाद सैदपुर की यह जीवनरेखा सड़क जाम और हादसों से काफी हद तक मुक्त हो जाएगी, यह स्थानीय लोगों की सबसे बड़ी उम्मीद है।




