
वाराणसी (जंसा/रामेश्वर)। घरेलू हिंसा और महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों के विरोध में बुधवार शाम को कपड़धोड़वा लहिया बाजार में सैकड़ों महिलाओं और युवाओं ने लोक समिति एवं आशा ट्रस्ट के बैनर तले जोरदार कैंडल मार्च निकाला। हाथों में जलती मोमबत्तियां लिए महिलाओं ने एक स्वर में नारे लगाए – “महिला हिंसा बंद करो”, “भीख नहीं अधिकार चाहिए, जीने का सम्मान चाहिए”, “औरत इंसान है, भोग की वस्तु नहीं”, “यौन हिंसा पर रोक लगाओ” और “घरेलू हिंसा नहीं सहेंगे, आवाज उठाएंगे”।
मार्च के दौरान महिलाओं ने संकल्प लिया कि वे न तो स्वयं घरेलू हिंसा का शिकार बनेंगी और न ही अपने आस-पास किसी को बनने देंगी। प्रदर्शनकारियों ने केंद्र व राज्य सरकार से महिलाओं-बेटियों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने और घरेलू हिंसा कानून को सख्ती से लागू करने की मांग की।
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मार्च को संबोधित करते हुए लोक समिति के संयोजक नंदलाल मास्टर ने कहा, “जब तक समाज में घरेलू हिंसा और जेंडर असमानता के प्रति जागरूकता व संवेदनशीलता नहीं आएगी, तब तक हमारी बहन-बेटियां सुरक्षित नहीं रह सकतीं। घर की चारदीवारी के अंदर होने वाली हिंसा को चुपचाप सहना बंद करना होगा।”
कार्यक्रम की अध्यक्षता सोनी, संचालन अनीता तथा धन्यवाद ज्ञापन रिया ने किया।
कैंडल मार्च में प्रमुख रूप से शकुंतला, सुमन, तारा, रेखा, रीता, गीता, कोमल, नीतू, रिया, शांति, सरोज, अनीता, सोनी, मनीष, श्यामसुंदर, रामबचन, मनीषा, आशा राय सहित क्षेत्र की सैकड़ों महिलाएं एवं युवा उपस्थित रहे।
मार्च का समापन लहिया बाजार में दो मिनट का मौन रखकर उन सभी महिलाओं को श्रद्धांजलि देकर किया गया, जो घरेलू हिंसा की शिकार होकर अपनी जान गंवा चुकी हैं।




