Chandauli

चंदौली में दवा व्यापारी रोहिताश पाल हत्याकांड पर फिर बवाल, 16 दिन बाद भी शूटर फरार, राष्ट्र उदय पार्टी ने एसपी को सौंपा ज्ञापन, पुलिस पर लापरवाही के गंभीर आरोप

चंदन सिंह, चन्दौली

 

चंदौली। मुगलसराय के प्रमुख दवा व्यापारी रोहिताश पाल की निर्मम हत्या के 16 दिन गुजरने के बावजूद मुख्य शूटर पुलिस की पकड़ से बाहर घूम रहे हैं। इस लापरवाही से जनता में आक्रोश की लहर दौड़ गई है। गुरुवार को राष्ट्र उदय पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बाबूराम पाल समर्थकों के साथ एसपी आदित्य लांगहे के कार्यालय पहुंचे और तत्काल कार्रवाई की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में पीड़ित परिवार को सुरक्षा और 5 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता की मांग की गई है। सबसे बड़ा सवाल उठा कि साजिशकर्ता जेल में बंद हैं, लेकिन हत्यारे खुलेआम क्यों घूम रहे हैं? खुलासा हुआ कि 24 मार्च को रोहिताश ने ही धमकी की शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, जिसके चलते यह हत्याकांड हुआ।

घटना का सनसनीखेज खुलासा: जीटी रोड पर गोली मारकर हत्या, जमीन विवाद था मुख्य कारण

18 नवंबर 2025 की देर रात करीब 10:30 बजे मुगलसराय के जीटी रोड पर अपनी ‘पॉपुलर मेडिकल स्टोर’ बंद कर रहे रोहिताश पाल (उम्र 45 वर्ष) को पीछे से एक बदमाश ने सिर में गोली मार दी। लहूलुहान रोहिताश को भतीजा दीपराज पाल और दुकान कर्मी रोशन ने तत्काल नजदीकी अस्पताल पहुंचाया, जहां से उन्हें वाराणसी के बीएचयू ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया। वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। रोहिताश दवा विक्रेता संघ के महामंत्री थे और उचित दरों पर दवाएं बेचने के कारण उनकी दुकान पर हमेशा भीड़ लगी रहती थी।

पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि हत्या का मुख्य कारण कन्हैया टॉकीज की कीमती पैतृक जमीन का विवाद था। रोहिताश के दादा राजाराम की यह जमीन उनकी सौतेली मां शांति देवी की बेटियों (प्रीति, गीता, उमा, निशा और वीणा पाल) के नाम पर धोखाधड़ी से ट्रांसफर कर वाराणसी के भानु जायसवाल को कम दामों में बेच दी गई थी। रोहिताश ने बैनामा रद्द करने के लिए कोर्ट में केस दायर किया था और कब्जा देने से साफ इनकार कर दिया था। इससे गुस्साए भानु ने मुगलसराय के ओम प्रकाश जायसवाल और मनोज कुमार जायसवाल से संपर्क किया, जिन्होंने धमकियां देकर कब्जा हासिल करने की कोशिश की। विफल होने पर उन्होंने हत्या की साजिश रची।

पुलिस का दावा: 300 सीसीटीवी फुटेज खंगाले, तीन साजिशकर्ता गिरफ्तार – लेकिन शूटर पर खामोशी क्यों?

पुलिस ने हत्याकांड के सातवें दिन (25 नवंबर) को स्वाट, सर्विलांस टीम और मुगलसराय थाने की संयुक्त टीम ने 300 से अधिक सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद तीन साजिशकर्ताओं – ओम प्रकाश जायसवाल, मनोज कुमार जायसवाल (दोनों मुगलसराय निवासी) और भानु जायसवाल (वाराणसी) – को गिरफ्तार कर लिया। एसपी आदित्य लांगहे ने बताया कि नौ टीमों को शूटर की तलाश में लगाया गया है और अन्य साजिशकर्ताओं को भी जल्द पकड़ा जाएगा। सीसीटीवी में काली हुडी पहने शूटर को गोली मारते साफ देखा गया, जो दुकान के ठीक सामने खड़ा था।

हालांकि, 16 दिन बाद भी शूटर फरार होने से पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। राष्ट्र उदय पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बाबूराम पाल ने कहा, “साजिशकर्ता जेल में सड़ रहे हैं, लेकिन असल हत्यारे बाजार में घूम रहे हैं। यह पुलिस की नाकामी है। अगर सीबीआई जांच नहीं हुई तो आंदोलन तेज करेंगे।”

पहले धमकी की शिकायत, फिर हत्या: पुलिस पर लापरवाही का आरोप, परिवार में खौफ का माहौल

सबसे चौंकाने वाला खुलासा यह है कि 24 मार्च 2025 को रोहिताश ने मुगलसराय थाने में धमकी की लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने जमीन विवाद में जान का खतरा बताते हुए सुरक्षा की मांग की थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। रोहिताश के छोटे भाई सिद्धार्थ पाल ने बताया, “भाई साहब ने कई बार चेतावनी दी थी। पुलिस नहीं चेती, इसलिए यह कांड हुआ। अब परिवार में खौफ है – पत्नी, दो बेटियां और बेटा डर के साए में जी रहे हैं।”

पीड़ित परिवार ने फेसबुक पर मार्मिक अपील जारी की, जिसमें न्याय की गुहार लगाई गई। केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट फेडरेशन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर त्वरित कार्रवाई की मांग की।

व्यापारियों का प्रदर्शन, राजनीतिक हलचल: बंद, धरना और नेताओं का दौरा

हत्या के बाद मुगलसराय में व्यापारियों ने 19 नवंबर को दुकानें बंद कर जुलूस निकाला। पुलिस से नोकझोंक हुई और धरना दिया गया। अपराधियों के एनकाउंटर की मांग उठी। पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय और प्रदेश राज्यमंत्री अजीत सिंह पाल ने 24 नवंबर को परिवार से मुलाकात कर न्याय का भरोसा दिलाया। वहीं, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने 21 नवंबर को पहुंचकर भाजपा पर ‘जंगलराज’ का तंज कसा। उन्होंने कहा, “पोस्टमार्टम के दौरान भाजपा नेता एकता यात्रा निकाल रहे थे – यह अपमान है। योगी सरकार अपराधियों को संरक्षण दे रही है।”

एसपी को ज्ञापन: सुरक्षा, सहायता और सीबीआई जांच की मांग, आंदोलन की चेतावनी

राष्ट्र उदय पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने एसपी आदित्य लांगहे को ज्ञापन सौंपा, जिसमें मुख्य मांगें हैं:
– मुख्य शूटरों की तत्काल गिरफ्तारी और एनकाउंटर
– पीड़ित परिवार को 24 घंटे सुरक्षा
– 5 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता
– मामले की सीबीआई जांच
– लापरवाह पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई

एसपी ने ज्ञापन स्वीकार कर त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा, “हम पूरी तत्परता से जांच कर रहे हैं। शूटर को जल्द पकड़ लिया जाएगा।” फिलहाल, पुलिस शूटर की तलाश में छापेमारी तेज कर रही है, लेकिन जनता का आक्रोश शांत होने का नाम नहीं ले रहा। यह हत्याकांड न केवल एक व्यापारी की मौत है, बल्कि कानून व्यवस्था पर सवाल भी खड़ा कर रहा है।

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